10वीं के बाद छोटे कोर्स: जल्दी नौकरी पाने के लिए टॉप 5 शॉर्ट टर्म कोर्स

Spread the love

10वीं के बाद छोटे कोर्स: जल्दी नौकरी पाने के लिए टॉप 5 शॉर्ट टर्म कोर्स

10वीं के बाद छोटे कोर्स के साथ जल्दी नौकरी पाने की गाइड

परिचय: 10वीं के बाद छोटे कोर्स क्यों ज़रूरी हैं?

आज के समय में पढ़ाई के साथ-साथ जल्द नौकरी पाना कई युवाओं का लक्ष्य है।
10वीं के बाद छोटे कोर्स एक प्रैक्टिकल रास्ता देते हैं,
जिनसे कम समय में स्किल मिलती है और तुरंत जॉब के अवसर बनते हैं।
इस गाइड में हम वही शॉर्ट टर्म विकल्प चुनकर लाए हैं जो वास्तव में
एंट्री-लेवल नौकरी दिलाने में मददगार हैं—यानी सही मायनों में 10वीं के बाद छोटे कोर्स

नोट: नीचे दिए गए हर कोर्स में ड्यूरेशन, फीस, कोर्स डिटेल्स, करियर स्कोप और शुरुआती सैलरी शामिल है ताकि
आप 10वीं के बाद छोटे कोर्स को आराम से तुलना कर सकें।

1) कंप्यूटर बेसिक और टाइपिंग कोर्स

ड्यूरेशन

3–6 महीने

फीस

₹5,000 – ₹15,000 (संस्थान पर निर्भर)

क्या सीखेंगे?

  • कंप्यूटर बेसिक, MS Office (Word/Excel/PowerPoint)
  • इंटरनेट, ईमेल, क्लाउड स्टोरेज
  • डेटा एंट्री, फाइल मैनेजमेंट, हिंदी/अंग्रेज़ी टाइपिंग

करियर स्कोप

  • डेटा एंट्री ऑपरेटर, कंप्यूटर ऑपरेटर
  • ऑफिस असिस्टेंट, साइबर कैफ़े/शॉप जॉब

शुरुआती सैलरी

₹10,000 – ₹18,000 प्रतिमाह

डिजिटल वर्कफ़्लो बढ़ने से 10वीं के बाद छोटे कोर्स में यह सबसे सरल और डिमांडेड विकल्प माना जाता है।
यदि आप टाइपिंग स्पीड 35–45 WPM तक ले जाते हैं तो चयन की संभावना और बढ़ती है।

2) आईटीआई (Industrial Training Institute)

ड्यूरेशन

6 महीने–2 साल (ट्रेड पर निर्भर)

फीस

₹10,000 – ₹30,000

लोकप्रिय ट्रेड

ट्रेड फोकस
इलेक्ट्रीशियन हाउस वायरिंग, मेंटेनेंस
फिटर/वेल्डर मशीन पार्ट्स, फैब्रिकेशन
डीजल मैकेनिक इंजन रिपेयर, सर्विसिंग
प्लम्बर/वायरमैन इंस्टॉलेशन, रिपेयर

करियर स्कोप

  • फैक्ट्री/वर्कशॉप टेक्नीशियन, मशीन ऑपरेटर
  • सरकारी/PSU अपॉर्च्युनिटी (योग्यता व वैकेंसी पर निर्भर)

शुरुआती सैलरी

₹12,000 – ₹25,000 प्रतिमाह

टेक्निकल स्किल की वजह से आईटीआई को भी 10वीं के बाद छोटे कोर्स के प्रीमियम विकल्पों में गिना जाता है।
आगे चलकर अप्रेंटिसशिप/डिप्लोमा से ग्रोथ तेज़ हो सकती है।

3) हेल्थकेयर और पैरामेडिकल शॉर्ट कोर्स

ड्यूरेशन

6 महीने–1 साल

फीस

₹15,000 – ₹40,000

क्या सीखेंगे?

  • बेसिक नर्सिंग असिस्टेंस, ड्रेसिंग, फर्स्ट एड
  • लैब टेक असिस्टेंट, मरीज देखभाल शिष्टाचार

करियर स्कोप

  • नर्सिंग असिस्टेंट, हॉस्पिटल हेल्पर
  • लैब टेक्नीशियन असिस्टेंट, पैरामेडिकल असिस्टेंट

शुरुआती सैलरी

₹12,000 – ₹20,000 प्रतिमाह

हेल्थ सेक्टर में लगातार मांग के कारण यह भी 10वीं के बाद छोटे कोर्स की सूची में स्थिर विकल्प है।
अनुभव के साथ प्राइवेट क्लिनिक/डायग्नोस्टिक सेंटर में अवसर मिलते हैं।

4) मोबाइल और लैपटॉप रिपेयरिंग

ड्यूरेशन

3–6 महीने

फीस

₹8,000 – ₹25,000

क्या सीखेंगे?

  • हार्डवेयर/सॉफ्टवेयर ट्रबलशूटिंग, सोल्डरिंग
  • IC/मदरबोर्ड बेसिक्स, पार्ट्स रिप्लेसमेंट

करियर स्कोप

  • मोबाइल/लैपटॉप रिपेयर टेक्नीशियन
  • स्वरोज़गार: अपनी सर्विस/शॉप शुरू करें

शुरुआती सैलरी

₹10,000 – ₹20,000 प्रतिमाह (बिज़नेस में कमाई और अधिक)

डिवाइस उपयोग बढ़ने से यह 10वीं के बाद छोटे कोर्स किफायती और जल्दी रिटर्न देने वाला माना जाता है।

5) हॉस्पिटैलिटी और होटल मैनेजमेंट शॉर्ट कोर्स

ड्यूरेशन

6 महीने–1 साल

फीस

₹20,000 – ₹50,000

क्या सीखेंगे?

  • फ्रंट ऑफिस, हाउसकीपिंग, फूड & बेवरेज सर्विस
  • बेसिक कुकिंग/बेकिंग, कस्टमर हैंडलिंग

करियर स्कोप

  • फ्रंट डेस्क एग्जीक्यूटिव, होटल/रेस्टोरेंट स्टाफ
  • किचन हेल्पर/कुक असिस्टेंट

शुरुआती सैलरी

₹12,000 – ₹22,000 प्रतिमाह

टूरिज़्म ग्रोथ के साथ यह भी 10वीं के बाद छोटे कोर्स की मजबूत कैटेगरी है—सॉफ्ट स्किल + कस्टमर सर्विस यहां सफलता की कुंजी है।

क्यों चुनें शॉर्ट टर्म विकल्प?

  1. कम समय में नौकरी: 3–12 महीनों में जॉब-रेडी स्किल।
  2. किफायती फीस: अधिकांश 10वीं के बाद छोटे कोर्स बजट-फ्रेंडली हैं।
  3. स्किल-आधारित: प्रैक्टिकल ट्रेनिंग से एम्प्लॉयबिलिटी बढ़ती है।
  4. स्वरोज़गार: रिपेयरिंग/सर्विस में खुद का काम शुरू कर सकते हैं।
  5. आगे की पढ़ाई: आईटीआई/डिप्लोमा या एडवांस्ड सर्टिफिकेट से ग्रोथ।

आपके लिए कौन-सा 10वीं के बाद छोटे कोर्स बेहतर?

  • कंप्यूटर पसंद है? — कंप्यूटर बेसिक + टाइपिंग चुनें।
  • टेक्निकल रुझान? — आईटीआई ट्रेड्स बढ़िया हैं।
  • हेल्थ सर्विस पसंद? — पैरामेडिकल शॉर्ट कोर्स पर जाएं।
  • बिज़नेस माइंडसेट? — मोबाइल/लैपटॉप रिपेयरिंग करें।
  • कस्टमर सर्विस/टूरिज़्म? — हॉस्पिटैलिटी कोर्स चुनें।

निर्णय लेते समय रुचि, लोकेशन के इंस्टीट्यूट और प्लेसमेंट सपोर्ट जरूर देखें—यही कारण है कि
10वीं के बाद छोटे कोर्स चुनते समय काउंसलिंग/डेमो क्लास फायदेमंद रहती है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

क्या इन कोर्स के लिए 12वीं पास होना ज़रूरी है?

नहीं, ये अधिकांशतः 10वीं पास के लिए डिज़ाइन किए गए 10वीं के बाद छोटे कोर्स हैं।

क्या कोर्स करने से नौकरी की गारंटी है?

“10वीं के बाद छोटे कोर्स करने से तुरंत नौकरी की गारंटी तो नहीं मिलती, लेकिन इंडस्ट्री-रेडी स्किल्स हासिल करने से इंटरव्यू पास करना और करियर की शुरुआत करना कहीं आसान हो जाता है। यही कारण है कि ऐसे कोर्स युवाओं में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं।”

क्या आगे पढ़ाई जारी रख सकता/सकती हूँ?

हाँ, आईटीआई के बाद डिप्लोमा/एडवांस्ड सर्टिफिकेट, अन्य कोर्स के बाद भी अपस्किल संभव है—10वीं के बाद छोटे कोर्स करियर की शुरुआत हैं, अंत नहीं।

कम बजट हो तो क्या करें?

सरकारी आईटीआई/स्किल सेंटर्स, कौशल विकास योजनाएँ व एनजीओ किफायती/मुफ़्त ट्रेनिंग देते हैं—इनसे 10वीं के बाद छोटे कोर्स और भी सुलभ बनते हैं।

निष्कर्ष + आपका अगला कदम

सही चुने गए 10वीं के बाद छोटे कोर्स करियर की शुरुआत को तेज़ कर देते हैं।
आज ही नज़दीकी मान्यता प्राप्त संस्थानों की सूची बनाएं, डेमो क्लास लें और एडमिशन पर फैसला करें।

IAS कैसे बने? 12वीं या ग्रेजुएशन के बाद सफलता पाने का पूरा गाइड (2025)

आज सीखें, कल कमाएँ


Spread the love

1 thought on “10वीं के बाद छोटे कोर्स: जल्दी नौकरी पाने के लिए टॉप 5 शॉर्ट टर्म कोर्स”

Leave a Comment