पंजाब और बस्तर बाढ़ प्रभावित इलाकों में संत रामपाल जी महाराज का सेवा अभियान और 75वें अवतरण दिवस का विशेष आमंत्रण

संत रामपाल जी महाराज

पंजाब और बस्तर बाढ़ प्रभावित इलाकों में संत रामपाल जी महाराज का सेवा अभियान और 75वें अवतरण दिवस का विशेष आमंत्रण

एक संक्षिप्त जानकारी

पंजाब और छत्तीसगढ़ के बस्तर जैसे इलाकों में आई भीषण बाढ़ ने हजारों परिवारों की जिंदगी को पलभर में बदल कर रख दिया। घर टूटे, फसलें बर्बाद हुईं और लोगों के सामने रहने और खाने तक की मूलभूत जरूरतें एक बड़ा सवाल बन गईं। ऐसे मुश्किल वक्त में जहाँ कई जगहों से मदद धीमी थी, वहीं संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी मैदान में उतरे और प्रभावितों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास किया।

बाढ़ राहत में सेवा भाव

इन प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे लोगों तक पहुँचाने का काम संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने बखूबी किया। उन्होंने न केवल भोजन के पैकेट, पीने का साफ पानी, जरूरी कपड़े और दवाइयाँ पहुँचाई, बल्कि बड़े पैमाने पर तैयार करके गर्म भोजन का निरंतर वितरण भी सुनिश्चित किया।

दूसरे धार्मिक नेताओं से एक अलग दृष्टिकोण

आज दुनिया में कई spiritual leaders हैं, लेकिन ज्यादातर का ध्यान सिर्फ प्रवचन और आयोजनों तक सीमित रह जाता है। वह भी बाकी लोग अंध श्रद्धा भक्ति प्रदान करते हैं और दुनिया को मूर्ख बनाते हैं, लेकिन संत रामपाल जी महाराज धर्मग्रंथों से प्रमाणित ज्ञान देते हैं। बाढ़ तथा प्राकृतिक आपदाओं और भुखमरी जैसी विपदा के समय अंतरराष्ट्रीय स्तर के बड़े नाम भी शायद ही कभी इतने सक्रिय दिखाई देते हैं।

लेकिन संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने हमेशा व्यावहारिक रूप से जमीन पर उतरकर सेवा किया है। यही वजह है कि उन्हें सिर्फ एक आध्यात्मिक गुरु ही नहीं, बल्कि मानवता का सच्चा सेवक भी माना जाता है।

75वां अवतरण दिवस: तीन दिन का महाआयोजन

इस साल संत रामपाल जी महाराज का 75वां अवतरण दिवस बेहद उत्साह और सेवा भाव के साथ मनाया जा रहा है। यह त्योहार 6, 7 और 8 सितंबर 2025 को मनाया जाएगा।

  • विशाल सामुदायिक भंडारा 
  • निःशुल्क आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा
  • रक्तदान शिविर
  • दहेज मुक्त विवाह

खास बात: पूरी दुनिया के लोगों को इस पवित्र मौके पर आमंत्रित किया गया है।

आयोजन स्थल:

  • सतलोक आश्रम, धनाना धाम (हरियाणा)
  • सतलोक आश्रम, भिवानी (हरियाणा)
  • सतलोक आश्रम, कुरुक्षेत्र (हरियाणा)
  • सतलोक आश्रम, मुंडका (दिल्ली)
  • सतलोक आश्रम, सोजत (राजस्थान)
  • सतलोक आश्रम, खमानो (पंजाब)
  • सतलोक आश्रम, धुरी (पंजाब)
  • सतलोक आश्रम, शामली (उत्तर प्रदेश)
  • सतलोक आश्रम, बैतूल (मध्य प्रदेश)
  • सतलोक आश्रम, इंदौर (मध्य प्रदेश)
  • सतलोक आश्रम, धवलपुरी (महाराष्ट्र)
  • सतलोक आश्रम, जनकपुर (नेपाल)

👉 आप सभी और आपके परिवार को इस पावन अवसर पर सादर आमंत्रित है।

लोगों पर प्रभाव

बाढ़ प्रभावितों ने बताया कि जब बाकी मदद देर से पहुँची, तब संत रामपाल जी के अनुयायियों ने समय रहते भोजन और राहत सामग्री पहुँचाकर न सिर्फ उनकी मदद की, बल्कि जीने की नई उम्मीद भी जगाई।

कुछ सामान्य सवाल-जवाब (FAQ)

सवाल: संत रामपाल जी महाराज की सेवा दूसरों से अलग क्यों है?
जवाब: क्योंकि वे सिर्फ बातें नहीं करते, बल्कि उनके अनुयायी मुश्किल समय में जमीन पर उतरकर जरूरतमंदों की मदद करते हैं।

सवाल: क्या छत्तीसगढ़ (बस्तर) में भी मदद पहुँची?
जवाब: जी हाँ, बस्तर क्षेत्र में भी भोजन, पानी और राहत सामग्री पहुँचाई गई।

सवाल: 75वें अवतरण दिवस की क्या खास बात है?
जवाब: यह तीन दिन तक चलने वाला एक वैश्विक आयोजन है, जिसमें दुनियाभर के लोगों को बुलाया गया है।

सवाल: क्या सिर्फ अनुयायी ही शामिल हो सकते हैं?
जवाब: नहीं, यह कार्यक्रम हर धर्म और समुदाय के लोगों के लिए खुला है।

समापन

पंजाब और छत्तीसगढ़ की बाढ़ राहत में संत रामपाल जी महाराज और उनके अनुयायियों का योगदान मानवता की मिसाल बन गया है। साथ ही, उनका 75वां अवतरण दिवस न सिर्फ एक आध्यात्मिक उत्सव है, बल्कि यह दुनिया को सेवा और भाईचारे का संदेश भी देता है।

अवतरण दिवस की आश्रम की झलक 

अंत में एक निवेदन

👉 अगर आप भी मानवता की इस पहल से जुड़ना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी सतलोक आश्रम में जा सकते हैं।
👉 6, 7 और 8 सितंबर 2025 को होने वाले उनके 75वें अवतरण दिवस के इस पवित्र मौके पर अपने परिवार के साथ जरूर शामिल हों और इस महान सेवा पर्व का हिस्सा बनें।

अधिक जानकारी के लिए ऑफिशियल साइट एक बार जरूर विजिट करें।

संत रामपाल जी महाराज अवतरण दिवस 2025: दिव्य अवसर और आध्यात्मिक प्रेरणा

अवतरण दिवस और बाढ़ ग्रस्त एरिया में सेवा के कुछ झलक